दान-पूण्य तो खूब हैं करते खुश करते हैं भगवान कितना बदल गया इंसान, माँ-बाप को कुछ ना समझते ... दान-पूण्य तो खूब हैं करते खुश करते हैं भगवान कितना बदल गया इंसान, माँ-ब...
आज भी नारियाँ अपमानित होती हैं। यकीन न हो तो अखबार पढ़ लीजिए। आज भी नारियाँ अपमानित होती हैं। यकीन न हो तो अखबार पढ़ लीजिए।
आज दीपावली के स्वागत में मिल, प्रेम सबके दिलों में जगाने लगें। आज दीपावली के स्वागत में मिल, प्रेम सबके दिलों में जगाने लगें।
शब्दों के श्रृंगार से उसके रूप सजाते हैं रंग- बिरंगी परिधानों से एक मूर्त रूप देते हैं शब्दों के श्रृंगार से उसके रूप सजाते हैं रंग- बिरंगी परिधानों से एक मूर्त रूप दे...
खुशबू से महकी बागों की गलियाँ सतरंगी परिधान में इतरायी तितलियाँ खुशबू से महकी बागों की गलियाँ सतरंगी परिधान में इतरायी तितलियाँ
प्रकृति और लोगों दोनों के लिए बदलता है। सूरज गर्म था लेकिन हवा सर्द थी। प्रकृति और लोगों दोनों के लिए बदलता है। सूरज गर्म था लेकिन हवा सर्द थी।