पंकज तुम्हारे यश का तुम्हें भान नहीं। पंकज तुम्हारे यश का तुम्हें भान नहीं।
नदी तालाब नहर से होते समुद्र से मिला जाता है। नदी तालाब नहर से होते समुद्र से मिला जाता है।
फांसी तक पर झूल गए, फिर भी कहा "क्या किया ? फांसी तक पर झूल गए, फिर भी कहा "क्या किया ?
प्रकृति और लोगों दोनों के लिए बदलता है। सूरज गर्म था लेकिन हवा सर्द थी। प्रकृति और लोगों दोनों के लिए बदलता है। सूरज गर्म था लेकिन हवा सर्द थी।
नारी होने का मुझको जो आज मिला सम्मान अर्पित हैं तुम पर अब मेरे तन मन और यह प्राण नारी होने का मुझको जो आज मिला सम्मान अर्पित हैं तुम पर अब मेरे तन मन और...
शाम को कर विदाई की रस्म, पूरा होता छठ व्रत का नियमन।। शाम को कर विदाई की रस्म, पूरा होता छठ व्रत का नियमन।।