दान-पूण्य तो खूब हैं करते खुश करते हैं भगवान कितना बदल गया इंसान, माँ-बाप को कुछ ना समझते ... दान-पूण्य तो खूब हैं करते खुश करते हैं भगवान कितना बदल गया इंसान, माँ-ब...
सुनते ही मुझसे यह वह लपक मेरे पास आई, सुनते ही मुझसे यह वह लपक मेरे पास आई,
चलते चलते दूर बियाबान एक उम्मीद नजर आयी, रोशनी अँधेर को चीरति नजर आयी, था न पास कुछ खोने को, बस पु... चलते चलते दूर बियाबान एक उम्मीद नजर आयी, रोशनी अँधेर को चीरति नजर आयी, था न पा...