लेकिन सुबह उसकी रोशनी से आँख नहीं खुलती घर में अँधेरा ही होता है लेकिन सुबह उसकी रोशनी से आँख नहीं खुलती घर में अँधेरा ही होता है
गले मिलकर खिलखिलाते हुए सच्ची खुशी मिलन में है, ये कहता है। गले मिलकर खिलखिलाते हुए सच्ची खुशी मिलन में है, ये कहता है।
तुमने पूछा था भगवान अच्छे हैं, तो आदमी बुरे क्यों बनाते हैं ? तुमने पूछा था भगवान अच्छे हैं, तो आदमी बुरे क्यों बनाते हैं ?
झुर्रियां घेर लेती है दोनों को तन भी थोड़ा झुक-सा जाता है। झुर्रियां घेर लेती है दोनों को तन भी थोड़ा झुक-सा जाता है।
तू कली है गुलशन की, मैं भँवरा मस्ताना हूँ, तू मेरी दीवानी है, मैं तेरा दीवाना हूँ, तू कली है गुलशन की, मैं भँवरा मस्ताना हूँ, तू मेरी दीवानी है, मैं तेरा दीवाना...
दर्द अश्क बन ज़मीन पर गिरे तो ज़मी भी रो पड़ी पर। दर्द अश्क बन ज़मीन पर गिरे तो ज़मी भी रो पड़ी पर।