मैं जिंदगी हूँ, तेरी बदल कर क्या करूँगी ! अगर सुलझ गयी तो तुम उलझ जाओगे! मैं जिंदगी हूँ, तेरी बदल कर क्या करूँगी ! अगर सुलझ गयी तो तुम उलझ जाओगे!
कैसे बीते यह हिसाब लगाते कड़ी से कड़ी भी जोड़ लेते कैसे बीते यह हिसाब लगाते कड़ी से कड़ी भी जोड़ लेते
जो भी मांग है वो मशवरे से सुलझ सकती है क्या उसके लिए कत्ल ए आम ज़रूरी है जो भी मांग है वो मशवरे से सुलझ सकती है क्या उसके लिए कत्ल ए आम ज़रूरी है
ये किस्मत एक सहेली है या फिर अबूझ पहेली है ये किस्मत एक सहेली है या फिर अबूझ पहेली है
शांत चित्त रहें समस्याएं टिक न पातीं, धैर्य रखें समय पर वे हैं सुलझ ही जातीं शांत चित्त रहें समस्याएं टिक न पातीं, धैर्य रखें समय पर वे हैं सुलझ ही जातीं