अभी कुछ और बाकी है किसी को हंसाना तो किसी को सिखाना बाकी है अभी कुछ और बाकी है किसी को हंसाना तो किसी को सिखाना बाकी है
आसान कहा तुझे अपना बनाना, तू रोज नए रंग में आती है... किसे कहा है यह कवी ने...? पढिए...!!! आसान कहा तुझे अपना बनाना, तू रोज नए रंग में आती है... किसे कहा है यह कवी ने...?...
हमारी मूर्खता भरी बातों पर यूँ छुप कर मुस्काराना हमारी मूर्खता भरी बातों पर यूँ छुप कर मुस्काराना
दलित पिछड़ा और सामान्य वर्ग में बाँटकर, लाल पीले हरे कार्ड को अलग करके, दलित पिछड़ा और सामान्य वर्ग में बाँटकर, लाल पीले हरे कार्ड को अलग करके,