*अ* भी-अभी तो मिली सजन से, *आ* कर मन में बस ही गये। *अ* भी-अभी तो मिली सजन से, *आ* कर मन में बस ही गये।
शपथ लो प्रयोग छोड़कर, हम सब पेड़ लगाएंगे। शपथ लो प्रयोग छोड़कर, हम सब पेड़ लगाएंगे।
सलोनी मेरी बेटी, सारे जग से निराली है l सलोनी मेरी बेटी, सारे जग से निराली है l
रोज सवेरे नहला कर के उसको खूब सजाती थी, रोज सवेरे नहला कर के उसको खूब सजाती थी,
पंक्षियों का लौटना घोंसलों में अपने - अपने जीवन राग बिखेरता है। पंक्षियों का लौटना घोंसलों में अपने - अपने जीवन राग बिखेरता है।