राम गुणों के सागर हैं , मर्यादा के पालक हैं। राम गुणों के सागर हैं , मर्यादा के पालक हैं।
महान पुरुष तो हुए बहुत से, पर, मर्यादित उनके जैसा नहीं। महान पुरुष तो हुए बहुत से, पर, मर्यादित उनके जैसा नहीं।
असीम विस्तार का अनुभव है होता जो शिव शरण हैं जाते।। असीम विस्तार का अनुभव है होता जो शिव शरण हैं जाते।।
आस में शिव है, विश्वास में शिव है, प्राणी की हर श्वास में शिव है। आस में शिव है, विश्वास में शिव है, प्राणी की हर श्वास में शिव है।
बेहतर होगा ए इंसा तुम्हारे लिए, बात प्रकृति की समझो जरा इशारों से। बेहतर होगा ए इंसा तुम्हारे लिए, बात प्रकृति की समझो जरा इशारों से।
माँ गंगा को धरा पर लाकर जग को तुमने तारा है, पापियों के भी पाप धुल सके माँ गंगा को ज माँ गंगा को धरा पर लाकर जग को तुमने तारा है, पापियों के भी पाप धुल सके ...