इस तरह किसी की मदद को करने में सिर्फ पारिवारिक व्यवधान ही नहीं है सामाजिक व्यवधान भी इस तरह किसी की मदद को करने में सिर्फ पारिवारिक व्यवधान ही नहीं है सामाजिक ...
पथ स्वयं मार्गदर्शक बन कर, उस लक्ष्य तलक पहुंचायेगा पथ स्वयं मार्गदर्शक बन कर, उस लक्ष्य तलक पहुंचायेगा
रात के अकेलेपन में एक करुण गान सुनाई पड़ता है। रात के अकेलेपन में एक करुण गान सुनाई पड़ता है।
लहर चल पड़ी है, नक्कालों की, चापलूसों की और चालाकों की। लहर चल पड़ी है, नक्कालों की, चापलूसों की और चालाकों की।
व्यथा से प्रवाहित शरीर अब अड़चनों का बोझ लगता हैं। व्यथा से प्रवाहित शरीर अब अड़चनों का बोझ लगता हैं।
सृष्टि, मानव नरसंहार के हथियार ये कुदरती, सदियों से मिटाते आ रहे है मानव संस्कृति। सृष्टि, मानव नरसंहार के हथियार ये कुदरती, सदियों से मिटाते आ रहे है मानव संस्...