मजदूर है हम, मजबूर नहीं मजदूर है हम, मजबूर नहीं। मजदूर है हम, मजबूर नहीं मजदूर है हम, मजबूर नहीं।
अपनी गरीबी के ग़म में मैं चूर हूँ। बस ख़ता है यही मैं मज़दूर हूँ। अपनी गरीबी के ग़म में मैं चूर हूँ। बस ख़ता है यही मैं मज़दूर हूँ।
मैं और मेरे हाथ इसी विश्वास के साथ लौट जाऊँगा जब हालात देंगे साथ। मैं और मेरे हाथ इसी विश्वास के साथ लौट जाऊँगा जब हालात देंगे साथ।
दिन रात एक कर खूब मेहनत करता है दिन रात एक कर खूब मेहनत करता है
जब भूखे को इज़ाजत चाहिए थी और शराबी बेखौफ-बेबाक घूम रहे थे। जब भूखे को इज़ाजत चाहिए थी और शराबी बेखौफ-बेबाक घूम रहे थे।
बहुत दूर हैं आपसे पर देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं बहुत दूर हैं आपसे पर देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं