काश आ जाये कोई रावण भेस बदल कर भिक्षा मांगे, काश आ जाये कोई रावण भेस बदल कर भिक्षा मांगे,
बावरा मन मोरा, छुपके नीर बहावे। बावरा मन मोरा, छुपके नीर बहावे।
कर्मों का हिसाब है भारी, जो करता है चित्रगुप्त अधिकारी, कर्मों का हिसाब है भारी, जो करता है चित्रगुप्त अधिकारी,
आवाज़ें मतलब की हो जाती हैं, न सुनने पर बेमतलब ही रह जाती हैं आवाज़ें मतलब की हो जाती हैं, न सुनने पर बेमतलब ही रह जाती हैं