Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

PIYUSH BABOSA BAID

Others

4  

PIYUSH BABOSA BAID

Others

कर्म।

कर्म।

1 min
238


कर्म हो अच्छा या हो बुरा,

इसका फल जरूर मिलता है,

कर्म के आधार पर ही,

भगवान हमारा जीवन रचता है।


कर्मों का हिसाब है भारी,

जो करता है चित्रगुप्त अधिकारी,

फल मिलता है वैसा,

जैसा है कर्मों का लेखा।


कर्म तुम्हारे है थोड़े,

मार पड़े आधे अधूरे,

कर्म तुम्हारे है बुरे भरी,

मार पड़े ढेर सारी।


शुभ कर्म देते है शुभ फल,

कार्य बनते है सारे झट पट— झट पट,

दूर कर्म देते है दूर फल,

कार्य बिगड़ते है झट पट— झट पट।


कर्म की गति है तेज,

अच्छे बुरे कर्मों में लगी है रेस,

कर्म करो सोच समझकर,

क्योंकि कर्म आता है हम पर बदल के भेस।


कर्म का डोर है हमारे ही हाथों में,

तो करो वो ही कर्म जो हो शेष।


Rate this content
Log in