रंग हीं नहीं रंगहीन है फिर भी रंग है। रंग हीं नहीं रंगहीन है फिर भी रंग है।
स्वर्ग में कब का घुल चुका है बारूदी गंध विषैला, विषैले जीवाणुओं ने हर ओर से लिया है घेर वि... स्वर्ग में कब का घुल चुका है बारूदी गंध विषैला, विषैले जीवाणुओं ने हर ओर...
कितना भी बड़ा हो जाऊं पर मां मैं आज भी तेरा बच्चा हूँ। कितना भी बड़ा हो जाऊं पर मां मैं आज भी तेरा बच्चा हूँ।
तेरे नाम की वो चिठ्ठी तुझे दे ना पाई। तेरे नाम की वो चिठ्ठी तुझे दे ना पाई।
ज्यों कच्चा चिठ्ठा खुलते देखा त्यों नौ दो ग्यारह होते देखा। ज्यों कच्चा चिठ्ठा खुलते देखा त्यों नौ दो ग्यारह होते देखा।
सात जन्मों का साथ हो जैसे। सात जन्मों का साथ हो जैसे।