बाहर पूछने के बजाए खुद से पूछने लगा क्या सच में यह आजादी है ? बाहर पूछने के बजाए खुद से पूछने लगा क्या सच में यह आजादी है ?
बंद कर ले आँखों को, इनमें वो चेहरा सा है। बंद कर ले आँखों को, इनमें वो चेहरा सा है।
मुनासिब होगा, ताउम्र गुनाहगार रहें शर्तों पर मुआफ़ी, ना दो मुझे… मुनासिब होगा, ताउम्र गुनाहगार रहें शर्तों पर मुआफ़ी, ना दो मुझे…
बेखौफ सी यादें तेरी दिन रात घूमती हैं दिलो दिमाग में मेरे। बेखौफ सी यादें तेरी दिन रात घूमती हैं दिलो दिमाग में मेरे।
हम सौ बार नतमस्तक किसान भाइयों शत शत नमन आपकी लड़ाई बेखौफ लड़ो हम सब तुम्हारे साथ हैं हम सौ बार नतमस्तक किसान भाइयों शत शत नमन आपकी लड़ाई बेखौफ लड़ो हम सब तुम्हारे ...
क्या कहें पिता के बारे में। क्या कहें पिता के बारे में।