घात प्रतिधात का उत्तर देने सैनिक बंदूक तान लिया है। घात प्रतिधात का उत्तर देने सैनिक बंदूक तान लिया है।
फिर एक बार यह जूझेगा उस महामारी से, सब मिलकर करो उसका बहिष्कार, फिर एक बार यह जूझेगा उस महामारी से, सब मिलकर करो उसका बहिष्कार,
क्यों हर बार, बार बार तन मन में उसके सब करते प्रहार। क्यों हर बार, बार बार तन मन में उसके सब करते प्रहार।
इस दीवाली चाइना की, चीनी जैसी मीठी बातों में ना आएंगे। इस दीवाली चाइना की, चीनी जैसी मीठी बातों में ना आएंगे।
'अपने भीतर की बुराई का, आज से ही करदो बहिष्कार, नेकी की कलम से अब तो उत्पन्न करेंगे अनेक चित्रकार।'... 'अपने भीतर की बुराई का, आज से ही करदो बहिष्कार, नेकी की कलम से अब तो उत्पन्न कर...
बस इतना बता दो- कि किसे किसे नहीं सताते हो? कहां -कहां, कब- कब, किस समय नहीं जाते हो? बस इतना बता दो- कि किसे किसे नहीं सताते हो? कहां -कहां, कब- कब, किस समय नहीं ...