भारत माँ का हर वीर, शौर्य व दृढ़ता की अप्रतिम गाथा है। निश्चय जो किया, किया उसने, फिर न पीछ... भारत माँ का हर वीर, शौर्य व दृढ़ता की अप्रतिम गाथा है। निश्चय जो किया, किय...
आजकल इस दुनिया में झूठ को सच होकर हँसते और गरीब के सच को रोते देखा है। आजकल इस दुनिया में झूठ को सच होकर हँसते और गरीब के सच को रोते देखा है।
ठंडा से शीतल होय, सोना मे थोड़ा पीतल होय। ठंडा से शीतल होय, सोना मे थोड़ा पीतल होय।
पीतल की परात को लाकर, छुपा दिया फिर चौका चूल्हा। पीतल की परात को लाकर, छुपा दिया फिर चौका चूल्हा।
अपनी सुनि तारीफ़ मैं, फूला नहीं समाय। सुनि आजाद जब और की, मुझसे रहा न जाय।। अपनी सुनि तारीफ़ मैं, फूला नहीं समाय। सुनि आजाद जब और की, मुझसे रहा न जाय।।