तू घबरा कर बैठ गया कैसे? अभी तो मीलों दूर चलना है छोटे-छोटे ठहराव बने अभी तो पूरा शहर बनना है तू घबरा कर बैठ गया कैसे? अभी तो मीलों दूर चलना है छोटे-छोटे ठहराव बने अभी तो ...
ये कभी नहीं, समझ सके कोई, क्यों आंख नाम है ये, खामोश सी हुई। ये कभी नहीं, समझ सके कोई, क्यों आंख नाम है ये, खामोश सी हुई।
बस एक खामोश सी उदासी, घेरे हुए सबको। बस एक खामोश सी उदासी, घेरे हुए सबको।
इस शहर की हम सबसे बिंदास लड़कियाँ थीं। इस शहर की हम सबसे बिंदास लड़कियाँ थीं।
होगा जो ठनठन गोपाल तो अर्थी भी तेरी आम सी होगी। होगा जो ठनठन गोपाल तो अर्थी भी तेरी आम सी होगी।
तारीख गवाँ है यारो एक हिटलर भी हो गया गर्दिशे ज़माने मे सिकंदर भी खो गया तारीख गवाँ है यारो एक हिटलर भी हो गया गर्दिशे ज़माने मे सिकंदर भी खो गया