टूटे खिलौने सी बेटी आधी इधर,आधी उधर बँटती है बेटी सपने छोड़ देती है वहाँ बेटी जन्म लेती है जहाँ। टूटे खिलौने सी बेटी आधी इधर,आधी उधर बँटती है बेटी सपने छोड़ देती है वहाँ बेटी...
नई सोच अपनाओ लड़की होती है अपनी, ना की परायी। नई सोच अपनाओ लड़की होती है अपनी, ना की परायी।
तुझसे नफ़रत भी है, और प्यार भी। तुझसे नफ़रत भी है, और प्यार भी।
तुमसे न जाने क्या क्या बात कर कभी लजाती कभी डर जाती तुमसे न जाने क्या क्या बात कर कभी लजाती कभी डर जाती
बचपन लौट न आना था सह न सकूँगी सबसे जुदाई क्या थी मैं पराई। बचपन लौट न आना था सह न सकूँगी सबसे जुदाई क्या थी मैं पराई।