कभी हुई तार-तार एहसासों से हार-हार, व्यर्थ शब्दों की अंतहीन कतार हुई जिंदगी... कभी हुई तार-तार एहसासों से हार-हार, व्यर्थ शब्दों की अंतहीन कतार हुई जिंदगी...
देश की माटी तिलक करे जो, वो ही मेरा मीत सखी। देश की माटी तिलक करे जो, वो ही मेरा मीत सखी।
पता नहीं सार्थकता निरर्थक हो गयी है या निष्प्रयोजयता प्रयोज्य। पता नहीं सार्थकता निरर्थक हो गयी है या निष्प्रयोजयता प्रयोज्य।
एक दिन बेटी को घर पर नहीं पाया, चहचाहती चिड़िया सी उसकी मुस्कान देख ना पाया, पापा पा एक दिन बेटी को घर पर नहीं पाया, चहचाहती चिड़िया सी उसकी मुस्कान देख ना पाया,...
व्यर्थ ही लगती बातें निरर्थक लगते सब कानून जब आज भी श्रम धनी,वही किल्लत झेल रहा। व्यर्थ ही लगती बातें निरर्थक लगते सब कानून जब आज भी श्रम धनी,वही किल्लत झेल र...
अपनी वाणी में शब्दों का, ठीक से करो चुनाव निरर्थक वाद विवाद से, कर लो अपना बचाव! अपनी वाणी में शब्दों का, ठीक से करो चुनाव निरर्थक वाद विवाद से, कर लो अपना बच...