वह भी चली गई वहाँ, जहाँ गिरधर उनके पास है। वह भी चली गई वहाँ, जहाँ गिरधर उनके पास है।
तलबगार तुम्हारी हर अदाओं की फिर भी गुनहगार सी रिश्ते को नाम ही तो देना था दुनिया के सारे रिश्ते त... तलबगार तुम्हारी हर अदाओं की फिर भी गुनहगार सी रिश्ते को नाम ही तो देना था दुन...
पत्ते-पत्ते बतायेंगे जुआरी के हाथ में खुजली कहाँ होती थी कहाँ फटा था बवाई कहाँ दरकी थीं रेखाएँ पत्ते-पत्ते बतायेंगे जुआरी के हाथ में खुजली कहाँ होती थी कहाँ फटा था बवाई कह...
जो दिल बोले तू वो कर, दिल से कर तू जो कर, कुछ-न-कुछ हम को, सिखलाता है जोकर जो दिल बोले तू वो कर, दिल से कर तू जो कर, कुछ-न-कुछ हम को, सिखलाता है जोकर
छल लेना ज्यादा आसान हो जाता है या छला जाना ज्यादा आसान है। छल लेना ज्यादा आसान हो जाता है या छला जाना ज्यादा आसान है।
लिपटकर चादर में हमें इस शरीर को भी कहना है विदा ! लिपटकर चादर में हमें इस शरीर को भी कहना है विदा !