पत्ते-पत्ते बतायेंगे जुआरी के हाथ में खुजली कहाँ होती थी कहाँ फटा था बवाई कहाँ दरकी थीं रेखाएँ पत्ते-पत्ते बतायेंगे जुआरी के हाथ में खुजली कहाँ होती थी कहाँ फटा था बवाई कह...
अब ना रहा मैं जुआरी व शराबी, मुझे तो पसंद है तेरा चेहरा तेज़ाबी। अब ना रहा मैं जुआरी व शराबी, मुझे तो पसंद है तेरा चेहरा तेज़ाबी।
फेंक दिये गये पत्ते की बिखरन से तय होगा। फेंक दिये गये पत्ते की बिखरन से तय होगा।