देश को उचित दिशा का विश्वास वसुधैव कुटुम्बकम का आधार है गणतंत्र। देश को उचित दिशा का विश्वास वसुधैव कुटुम्बकम का आधार है गणतंत्र।
बेरहम तानाशाह रथ पर जब सवार जो हो जाए, पहियों के नीचे बेकसूर अवाम को रौंदता जाए! बेरहम तानाशाह रथ पर जब सवार जो हो जाए, पहियों के नीचे बेकसूर अवाम को रौंदता ज...
यह कैसी आजादी ? कैसा विकास ? लोकतंत्र के आड़ में अब तानाशाही उभर रही हैं...! यह कैसी आजादी ? कैसा विकास ? लोकतंत्र के आड़ में अब तानाशाही उभर रही हैं...!
नोटबंदी ने लुटा पुराने काले नोटों का खजाना, आज बन गया आम बच्चों का वो खिलौना। नोटबंदी ने लुटा पुराने काले नोटों का खजाना, आज बन गया आम बच्चों का वो खिलौना।
सदियों से जो लुटता आया वही लुट रहा आज सदियों से जो लुटता आया वही लुट रहा आज
अब नाविक मैं लगाम मैं मैं ही नाव अब नाविक मैं लगाम मैं मैं ही नाव