ऊपर से उड़ कर नीचे आ जाऊंगी। ऊपर से उड़ कर नीचे आ जाऊंगी।
आज समझा मुझे जिंदगी में, बहुत कुछ करना रह गया तेरे लिये जीते जीते, अपने लिये जीना रह ग आज समझा मुझे जिंदगी में, बहुत कुछ करना रह गया तेरे लिये जीते जीते, अपने लिये ...
जब मिलती है इन आँखो से वे आँखें, टकरा के ढल जाती हैं, जाने क्या कहती हैं वे आँखें। जब मिलती है इन आँखो से वे आँखें, टकरा के ढल जाती हैं, जाने क्या कहती हैं वे आ...
दिन भर की दास्तां उन्हें सुनानी है, दिन भर की दास्तां उन्हें सुनानी है,
हर एक कड़ी को संवारना औरत ने ही तो सिखा है हर एक कड़ी को संवारना औरत ने ही तो सिखा है
तुम्हारे होठों की हंसी के आगे प्रेम ने रचा तब एक कलात्मक कोण तुम्हारे होठों की हंसी के आगे प्रेम ने रचा तब एक कलात्मक कोण