अपनी चाहतों को, बगैर मारे, सब कुछ पा लू, अपनी चाहतों को, बगैर मारे, सब कुछ पा लू,
ऐ मेरे जीवनसाथी- हर हाल में मेरे साथ रहना।। ऐ मेरे जीवनसाथी- हर हाल में मेरे साथ रहना।।
इश्क़ दोनों ने किया था सजा सिर्फ मैने ही पाई है इश्क़ दोनों ने किया था सजा सिर्फ मैने ही पाई है
तेरे आँसुओं को न यूँ ज़ाया किया कर, आँसुओं पे तेरा हक़ कम, ज़्यादा मेरा है! तेरे आँसुओं को न यूँ ज़ाया किया कर, आँसुओं पे तेरा हक़ कम, ज़्यादा मेरा है!
तुम्हारे होठों की हंसी के आगे प्रेम ने रचा तब एक कलात्मक कोण तुम्हारे होठों की हंसी के आगे प्रेम ने रचा तब एक कलात्मक कोण
उस दिलरुबा महज़बीं के सुर्ख़ होठों के तबस्सुम फिर जिया लाये उस दिलरुबा महज़बीं के सुर्ख़ होठों के तबस्सुम फिर जिया लाये