कभी कभी हम कितने समझ दार बन जाते हैं। कभी कभी हम कितने समझ दार बन जाते हैं।
वरना, दिल को दुखाने के लिये आ जाना वरना, दिल को दुखाने के लिये आ जाना
ये वबा का दौर भी थम जाएगा। ये वबा का दौर भी थम जाएगा।
चल एक बार फिर से जी लेते हैं, ज़िन्दगी क्या होती है, फिर से समझ लेते हैं ! चल एक बार फिर से जी लेते हैं, ज़िन्दगी क्या होती है, फिर से समझ लेते हैं !
बुझ गया दीप एक आस का जलते जलते रुक गयी कली एक फूल बनते बनते थम गए बIदल ये बरसते बरसते रुक गया ... बुझ गया दीप एक आस का जलते जलते रुक गयी कली एक फूल बनते बनते थम गए बIदल ये ब...
मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँखें खोलते मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँ...