वरना, दिल को दुखाने के लिये आ जाना वरना, दिल को दुखाने के लिये आ जाना
तू ना आलिम है ना फ़ाज़िल है, ना तू शहंशाह-ए-आलम है। तू ना आलिम है ना फ़ाज़िल है, ना तू शहंशाह-ए-आलम है।