कुछ ज्ञान और हो सबका कल्याण जिससे हो समाज का विकास। कुछ ज्ञान और हो सबका कल्याण जिससे हो समाज का विकास।
हम जूते की तरह उन्हें पत्थरों-कंकडों से बचाते रहे हैं, हम जूते की तरह उन्हें पत्थरों-कंकडों से बचाते रहे हैं,
मेरे फटे जूते अपनी चमक से अक्सर मेरे हालात छूपा लिया करते हैं। मेरे फटे जूते अपनी चमक से अक्सर मेरे हालात छूपा लिया करते हैं।
'अब सब कितने मज़बूरी से दिखते है ए.सी. में खरीदते है जूते और फल फूल, धूल में बिकते है, चलो कुछ लिखते ... 'अब सब कितने मज़बूरी से दिखते है ए.सी. में खरीदते है जूते और फल फूल, धूल में बिकत...
बच्चो की खुशियों की खातिर, पल पल जोड़ वो चलता है... बच्चो की खुशियों की खातिर, पल पल जोड़ वो चलता है...
दिन भर की मस्ती और शैतानी के कारण मुझे नींद आ रही थी दिन भर की मस्ती और शैतानी के कारण मुझे नींद आ रही थी