न आना तू आज याद मुझे कि ये नैन भर आएंगे। न आना तू आज याद मुझे कि ये नैन भर आएंगे।
ताउम्र बच्चों के लिए जीता है ताउम्र बच्चों के लिए जीता है
कितने दिन के बाद मिले हो, छलक रहा है मेरा प्यार ! कितने दिन के बाद मिले हो, छलक रहा है मेरा प्यार !
तू मौसम का बहाना बना के चला गया तू मौसम का बहाना बना के चला गया
कभी देख खुशियाँ छलक फिर से आये। कभी देख खुशियाँ छलक फिर से आये।
दिन का राही भटक रहा है ज़हर का प्याला छलक रहा है। दिन का राही भटक रहा है ज़हर का प्याला छलक रहा है।