बेटी नहीं जैसे वो हो कोई उर्वशी हौ ज्यों आँगन में स्वर्ग की दुनीया बसी हौ। बेटी नहीं जैसे वो हो कोई उर्वशी हौ ज्यों आँगन में स्वर्ग की दुनीया बसी हौ।
हिम्मत करके यान से निकला और देखा तो खुशी के मारे उछल पड़ा हिम्मत करके यान से निकला और देखा तो खुशी के मारे उछल पड़ा
कलयुगी आकाश को ढूंढने में करनी पड़ती है बड़ी मशक्कत इंटरनेट में सिमटी दुनिया में सूरज चाँद ... कलयुगी आकाश को ढूंढने में करनी पड़ती है बड़ी मशक्कत इंटरनेट में सिमटी दुनि...
सूरज चाचा मुस्कराते आ के खड़े हो जाते है सूरज चाचा मुस्कराते आ के खड़े हो जाते है
काश कि मैं भी चिड़िया होती डाल-डाल पर उड़ती फिरती खेलती चुन्नू-मुन्नू के संग गीता-बबली-पिन्की के ... काश कि मैं भी चिड़िया होती डाल-डाल पर उड़ती फिरती खेलती चुन्नू-मुन्नू के संग ...