,न जाने कैसे हर पल मुस्कुराया करते हैं। ,न जाने कैसे हर पल मुस्कुराया करते हैं।
भुला दे सारे दर्द को यहीं मुसाफ़िर तू मुस्कुराता चल । भुला दे सारे दर्द को यहीं मुसाफ़िर तू मुस्कुराता चल ।
आप सबकी कविताओं को पढ़ कर मन हर्षाते है। आप सबकी कविताओं को पढ़ कर मन हर्षाते है।
लगता है तू भूल गई है कि कैसे हम सुबह साथ में चाय पीते थे लगता है तू भूल गई है कि कैसे हम सुबह साथ में चाय पीते थे
सूरज चाचा मुस्कराते आ के खड़े हो जाते है सूरज चाचा मुस्कराते आ के खड़े हो जाते है
खुशियों से जीवन जब खिलता है उन पलों को याद करो खुशियों से जीवन जब खिलता है उन पलों को याद करो