कदमों में जहां सारा हैं एक और एक बने ग्यारह कदमों में जहां सारा हैं एक और एक बने ग्यारह
दर्द की आदत हो गई है, जो हर रोज़ लिया करते हैं ये इश्क़ है, या कोई रोग लाख कोशिशों के बाद ... दर्द की आदत हो गई है, जो हर रोज़ लिया करते हैं ये इश्क़ है, या कोई रोग ...
हिम्मत जुटा फिर से अपने कदम बढ़ाते हैं हिम्मत जुटा फिर से अपने कदम बढ़ाते हैं
मेले से घरों तक आते मुखौटे, आसानी से किरदारों पर चढ़ जाते मुखौटे मेले से घरों तक आते मुखौटे, आसानी से किरदारों पर चढ़ जाते मुखौटे
कभी दर्द कष्ट से भरी शायद बुढ़ापे की निशानी कभी दर्द कष्ट से भरी शायद बुढ़ापे की निशानी
सुनासुना वीरान पड़ा है इलाका यहाँ मिलने मिलाने से अब घबराते जाते हैं लोग सुनासुना वीरान पड़ा है इलाका यहाँ मिलने मिलाने से अब घबराते जाते हैं लोग