STORYMIRROR

Sneha Srivastava

Others

4  

Sneha Srivastava

Others

मुखौटे

मुखौटे

1 min
267

मेले से घरों तक आते मुखौटे,

आसानी से किरदारों पर चढ़ जाते मुखौटे

बनावटी सूरत को हकीक़त दिखाते मुखौटे,

बाहरी दुनिया को भरमाते मुखौटे

अपनी सच्ची सूरत से घबराते मुखौटे,

अपनी चालाकी पर इतराते मुखौटे

जो खींचा चेहरे से मुखौटों को, तो तिलमिलाते मुखौटे,

आखिर कब तक सच्ची सूरत छुपाते मुखौटे

भले चाहे कितना ना चाहो, फिर भी

एक ना एक दिन तो उतर जाते मुखौटे!


Rate this content
Log in