तो होगा शहर का गया गुजरा इलाका, ऐसा है हमारा मेहनतकश। तो होगा शहर का गया गुजरा इलाका, ऐसा है हमारा मेहनतकश।
सुनासुना वीरान पड़ा है इलाका यहाँ मिलने मिलाने से अब घबराते जाते हैं लोग सुनासुना वीरान पड़ा है इलाका यहाँ मिलने मिलाने से अब घबराते जाते हैं लोग
टप टप करती बूंदें नाचें ज्यों जंगल में मोर सखे। टप टप करती बूंदें नाचें ज्यों जंगल में मोर सखे।