सुन नहीं सकूँगी मैं टन - टन ज़िंदगी की ! मैं कौन हूँ........। सुन नहीं सकूँगी मैं टन - टन ज़िंदगी की ! मैं कौन हूँ........।
तकती रही खिड़की पर बैठ कर रस्ता पे आया ना तू एक बार भी अपनी झलक दिखाने। तकती रही खिड़की पर बैठ कर रस्ता पे आया ना तू एक बार भी अपनी झलक दिखाने।
टीचर की डाँट पे भी हँसी की फुआर आखरी बेंच पे किलकारियों की कतार एक दूसरे की नोटबुक पे लिखना ... टीचर की डाँट पे भी हँसी की फुआर आखरी बेंच पे किलकारियों की कतार एक दूसरे ...
स्कूल से घर चलकर जाना साथ में मस्ती और साथ में डाँट खाना स्कूल से घर चलकर जाना साथ में मस्ती और साथ में डाँट खाना
छुट्टी की घंटी को सुनकर बालक नाचे ठुमक ठुमक। छुट्टी की घंटी को सुनकर बालक नाचे ठुमक ठुमक।
भूगर्भ जल कोश उदास सृष्टि की फूल रही सांस बाज रही खतरे की घंटी। भूगर्भ जल कोश उदास सृष्टि की फूल रही सांस बाज रही खतरे की घंटी।