बस मैं जो भी कहूँ उसे सिर्फ़ सुन लो। बस मैं जो भी कहूँ उसे सिर्फ़ सुन लो।
माँ, तेरे स्पर्श से ही जीवन, तेरी दुवाओं पे ही आस है। माँ, तेरे स्पर्श से ही जीवन, तेरी दुवाओं पे ही आस है।
दूर है पर गूँगे नहीं, अपनी पहचान को भटकते कहीं। हक़ कि जंग तो है ही डायन, हम सफ़र सैलाबों में किनार... दूर है पर गूँगे नहीं, अपनी पहचान को भटकते कहीं। हक़ कि जंग तो है ही डायन, हम स...
खुद को गिरवी रखता कर्ज में, पूरा देश खाये भूखा ना रहे गर्त में, खुद को गिरवी रखता कर्ज में, पूरा देश खाये भूखा ना रहे गर्त में,
बेटे को शिकायत है बाप का पसीना बदबू करता है बेटे को शिकायत है बाप का पसीना बदबू करता है
माँ की गहने गिरवी रख ब्याज से टिकट के पैसे लाए, तब जाकर शहर में मजदूरी करने आए हैं, माँ की गहने गिरवी रख ब्याज से टिकट के पैसे लाए, तब जाकर शहर में मजदूरी क...