सिर्फ किताब में होने वाला ज्ञान काम नहीं आता ज्ञान को हमें याद करना है पड़ता। सिर्फ किताब में होने वाला ज्ञान काम नहीं आता ज्ञान को हमें याद करना है पड़ता।
आज तार तार से वाक़िफ हूं कल जार जार को तरसा था। आज तार तार से वाक़िफ हूं कल जार जार को तरसा था।
रिश्ते महज़ एक क्लिक के मोहताज होकर रह गए हैं रिश्ते महज़ एक क्लिक के मोहताज होकर रह गए हैं
गीत सुहाने की तरह, कहती पापा बेटियाँ... गीत सुहाने की तरह, कहती पापा बेटियाँ...