कोई भी शहर में नहीं मेरा तू मेरा देखो आशना बन जा कोई भी शहर में नहीं मेरा तू मेरा देखो आशना बन जा
क्यों मेरा आज मुझसे ख़फ़ा यार हो गया. क्यों मेरा आज मुझसे ख़फ़ा यार हो गया.
पराये सभी हो गये है अपने यहाँ तो रिश्तों की टूटी डोर है पराये सभी हो गये है अपने यहाँ तो रिश्तों की टूटी डोर है
हुई जब से मुहब्बत है तुझी से नहीं दिल को यहां राहत हुई है हुई जब से मुहब्बत है तुझी से नहीं दिल को यहां राहत हुई है
टूटे दिल को क़रार आये कुछ ऐसी कोई वो शायरी नहीं मिलती टूटे दिल को क़रार आये कुछ ऐसी कोई वो शायरी नहीं मिलती