विश्वास
विश्वास
दूर हो या पास हो,
बस आपसी विश्वास हो,
संबंध की डोरी से
वो बंध जाये जो कि खास हो।
हो बसन्त या कोई पतझड़
गर्म दिन या शीत ठिठुरन,
दे सदा दस्तक सदा ही,
हर घड़ी मधुमास हो।
महकती सी जिंदगी हो,
साँस में भी ताज़गी हो,
तू जहां जाए वहाँ के,
समां में भी सुबास हो।
मन की सारी जटिलताएँ
हृदय की सब वेदनाएँ,
सुरभि सी बहती ही जाएँ,
इक अलौकिक न्यास हो।