सुजाता
सुजाता


सुजाता
जितनी तन से सुंदर
मन से उसे कहीं ज्यादा सुंदर।।
इतनी हँसमुख
कि जहां जाए
ख़ुशियों की बहार ले आए।।
तितली की तरह आज़ाद और खूबसूरत
कि अपने रंगों से
पूरी दुनिया सजा दे।।
इतनी मैत्री पूर्ण
कि बिना किसी मुलाकात के भी
आपसे जीवन भर का रिश्ता निभा ले।।
इतनी रचनात्मक
कि उनकी कला में
हर कोई खो जाने को मजबूर हो जाये।।
इतने सकारात्मक
कि किसी भी नकारात्मकता पर
हावी हो जाए।।
ऐसी गायक
जिन की आवाज़ में
हर कोई मंत्र मुग्ध हो जाए।।
ऐसी उदार दिल
कि छोटे बड़े
सभी के मन को मोह ले ।।
इतनी सक्षम और निपुण
कि हर कठिन लक्ष्य को
आसानी से हासिल कर ले।।
ऐसी जीवंत पावन रूह
की इस धरती पर हर किसी को
जीवन जीने का मतलब सिखा दे।।