नारी
नारी
नारी एक स्त्री, एक बेटी, एक बहन,एक माँ है,
नारी जो शिव की शक्ति और विष्णु की भक्ति है।
नारी, जो स्वर्ग बनाए घर आंगन को,
नारी जो खुद उलझन सह कर सुखी करे सब को।
श्रृष्टि की अनमोल रचना है नारी,
घर हो या बाहर हर कार्य मै समर्थ है नारी।
नारी जो गौरव, सम्मान तथा विश्वास का रूप है,
जगत की पूरी "नारी शक्ति" को मेरा शत शत नमन है।