STORYMIRROR

Minakshi Wakode

Inspirational

4  

Minakshi Wakode

Inspirational

माँ

माँ

1 min
337


माँ जैसी सहेली

इस दुनिया मे और कहां

सही गलत की पहचान कराके

सही रास्ता दिखाता कौन यहां


कितने रूप तेरे,

हर रूप मे तू अनोखी 

सबकी खुशी का खयाल रखती,

पर अपने बारे मे कभी ना सोचती

निस्वार्थ भाव से सब पे

जीवन अर्पित करता कौन यहां??


सारे दुखो को दिल मे छिपाकर रखती

दिन भर काम करती , तू रात को भी ना चैन से सोती

उफ तक ना करती तू कांटों पर भी चल के

तेरे जैसे राहों मे फूल बिछाता कौन यहां????


कैसे बयां करू माँ को चंद शब्दो मे,

जन्नत का फूल कहूं,

या मेरे दिल की जन्नत कहूं????

धरती पर भगवान जैसी ‌‌‌‌तू, 

लाख गलतियों को माफ कर के सीने से लगाता कौन यहां??



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational