खुशियां
खुशियां
खुशी किसे कहते है
वो जो मुझे सुबह की नींद ले कर मिलती है
वो जो उठ कर गर्म चाय को देख कर होती है
अपने परिवार के हँसते चेहरे देख कर होती है
अपने दोनों हाथ जोड़ प्रार्थना करने से होती है
दोस्तों के साथ कॉलेज जाने में जो मिलती है
कॉलेज कैन्टीन मे गप्पे लड़ाने में जो मिलती है
छोटे छोटे लम्हे, छोटे मोटे गिफ्ट,
छोटी छोटी यादें,यारों को दी हुई लिफ्ट
खुशियां तो हम खोज ही लेते हैं
छोटी खुशियों में ही खुश हो लेते हैं
जिंदगी छोटी सी है जल्दी कर यार
बड़ी खुशी के चक्कर में छोटी क्यूँ करे बेकार