Hk Joshi Joshi
Abstract
जीवन के खेल में
सब कुछ हार गए
पर मेरा वजूद
जिंदा था।
तेरी और भी चा...
जिंदगी की हार
खेल खेल में स...
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान।। अंजू तू बेहया है, अंजू तू बेवफा है। चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान।। अंजू तू बेहया है, अंजू तू बेवफा है।
खत्म हो रहे रिश्ते सारे, मोबाइल की आड़ में। खत्म हो रहे रिश्ते सारे, मोबाइल की आड़ में।
पर उनके लिए है संघर्ष, किसी कुटुंब का होना। पर उनके लिए है संघर्ष, किसी कुटुंब का होना।
फूल, ख़ुशबू, फल, साया, परिंदों के ठिकाने, जाने कितनी सौग़ातें 'तनहा' शजर रखता है। फूल, ख़ुशबू, फल, साया, परिंदों के ठिकाने, जाने कितनी सौग़ातें 'तनहा' शजर रखता ह...
हर शख्स में है ईश्वर छुपा , तो बाहर उसे हम क्यों ढूढें। हर शख्स में है ईश्वर छुपा , तो बाहर उसे हम क्यों ढूढें।
यही जीवन है कुछ खोने और पाने का, करूँ अफसोस किस बात का। यही जीवन है कुछ खोने और पाने का, करूँ अफसोस किस बात का।
बस कुछ कर गुजरने की, नए जोश में अरमान होती। बस कुछ कर गुजरने की, नए जोश में अरमान होती।
जिसे खोज रहा जग वन-वन में। वह ईश्वर तो बसता है पावन मन में।। जिसे खोज रहा जग वन-वन में। वह ईश्वर तो बसता है पावन मन में।।
आओ मिलकर बनाएं भारत महान। आओ मिलकर बनाएं भारत महान।
तुम कहो तो चुप कर देंगे इन गुस्ताख कहकहों को। तुम कहो तो चुप कर देंगे इन गुस्ताख कहकहों को।
मैंने वादा किया है कभी किसी से कि हर पल, हर दिन मुस्कुराऊँगा। मैंने वादा किया है कभी किसी से कि हर पल, हर दिन मुस्कुराऊँगा।
जहां सागर बन तुम पाते मुझको वहां नदी बन मैं खोती जाती कतरा कतरा खुद को। जहां सागर बन तुम पाते मुझको वहां नदी बन मैं खोती जाती कतरा कतरा खुद को।
जिन्होंने देश की खातिर अपना सर्वस्व किया समर्पित। जिन्होंने देश की खातिर अपना सर्वस्व किया समर्पित।
लेकिन मैं तुम्हें कभी मिलूं ये कोशिश अब मैं ना कर पाऊं...... लेकिन मैं तुम्हें कभी मिलूं ये कोशिश अब मैं ना कर पाऊं......
खुश है बहुत हम यह छोड़कर शौक, नहीं अब हमें इस राह में चलना। खुश है बहुत हम यह छोड़कर शौक, नहीं अब हमें इस राह में चलना।
रोज बच्चों और पति का टिफिन बनाकर रखती हूँ। रोज बच्चों और पति का टिफिन बनाकर रखती हूँ।
जाने कौनसा दरिया तालाश करती रही है जिंदगी। जाने कौनसा दरिया तालाश करती रही है जिंदगी।
उलाहना दे कृष्ण को, दिल से निकले आह।। उलाहना दे कृष्ण को, दिल से निकले आह।।
अबके सावन ऐसे मिल की, खील ऊठे मोहब्बतें। अबके सावन ऐसे मिल की, खील ऊठे मोहब्बतें।