कद्दावर नेता
कद्दावर नेता
आज की राजनीति से लोकतंत्र होता शर्मसार,
नेतागण एक-दूसरे पे ऐसे करते कूटनीतिक वार
राजनीति के नैतिक मूल्य की नेता कर रहे हदें पार,
दिनों दिन कैसे नीचे गिर रहा है कूटनीति का स्तर
कोई नेता नहीं सोचता कैसे ऊंचा उठे उसका कद्द,
ताकि लोकतंत्र में बनी रहे नेता की गरिमा और पद
राजनीतिक लाभ के लिए चुनता गलत मुद्दे और अवसर,
जोर शोर से भुनाता गलत मुद्दे और करता प्रसार-प्रचार
कद्दावार नेताओ का लोकतंत्र में पड़ गया है अकाल,
कद्दावार नेता कैसे होते है बन गया ऐतिहासिक सवाल?
गिरता नेता का ईमान और मीडिया का स्तर,
न्यायपालिका, कार्य पालिका लेती नेताओं के समक्ष शरण
लोकतंत्र के हत्या के रोज बनते है नये समीकरण,
आम जनता के लिए है गहन चिंता का कारण
हर नेता की राजनीति ,सिर्फ पार्टी एजेंडे के अंदर,
आज देश हित और जनहित नहीं पार्टी से बढ़कर
धर्मनिरपेक्षता का बुनियादी मंत्र है कागज पर,
धार्मिक मृत संस्कार पार्टी एजेंडे के सबसे उपर
शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास, जनसुविधायें हो गई बेअसर,
मंदिर, मस्जिद के मुद्दे है सर्वोच्च स्थान पर
आज तड़ी पार, डकैत नेताओं के हाथ में देश की बागडोर,
आम जनता की समस्या को नेताओं ने रखा है हासिये पर
नेताओं की कर्म भूमि बन गई राजनीतिक दांव पेच का अखाड़ा,
कैसे सुधार होगा ये है आम जनता के लिए सवाल बड़ा....
