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दयाल शरण

Others

4.5  

दयाल शरण

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हसरतें

हसरतें

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वह जो कमीज़ है ना

मुझे अच्छी तो लगती है

पर अब उसे पहनता नहीं

कई लोगों ने कहा था

मुझ पर फबती है, 

मगर अब उसे पहनता नहीं

उसका एक बटन टूट गया

कई दफा कोशिश की

सुई में धागा जाए तो 

बटन टँके, और उसे 

पहनने का योग बने


आंखे कमजोर हो गई हैं

थक गईं हैं, वरना 

बटन टांकना मुश्किल तो नहीं

जब तक सुई में धागा डाल पाता था

यह काम तपाक से कर लेता था

आँख ने साथ छोड़ा

तो सुई-धागा ने खिल्ली उड़ा दी

और वह शर्ट जो आज भी

करीने से प्रेस की हुई पड़ी है

मुझसे अपेक्षा रखती है कि

उसे पहनूँ, वापारु

सोचता हूं अब की सर्दी में

उसे निकालूँगा

स्वेटर के नीचे टूटा बटन

छिप तो जाएगा, और

मेरी उस शर्ट को वापरने की

हसरत भी पूरी हो जाएगी


हसरतें भी क्या शय है

सांस के साथ आस से जुड़ी

कमबख्त मिटती ही नहीं

खलती जरूर हैं जब ख्वाहिशें हों

और

आप उसे पा ना सकें

बहुत सुना है, कि सन्तों में

यह क्षमता होती है

वे ख्वाहिशों को मार देते हैं

पता नहीं अंदर की बात का

पर इंसान को ख्वाहिशें

मार देती हैं, छोटी बड़ी


सोचने का एक और कोण

हो सकता है

हसरतें जीवन से मृत्यु का

सेतु भी हो सकती हैं

सूत्र की तरह, जो साबित करें

कि मृत्यु ही जीवन का लक्ष्य है

सेतु पर सूत्र की डोर थामे

बढ़ती जिंदगी और उसमें

उमंग सी हसरतें

धूप छांव सी अटखेली करती

किसी को जीतती तो

किसी से हारती, हसरतें।


आज सूरज बादलों में छिप गया 

लगता है अब सर्दी शुरू हो गई

मैं भी एक दोष युक्त किन्तु

करीने से घड़ी की गई हसरत

निकालने का यत्न करता हूँ

भले ही स्वेटर के नीचे पहनूँ

आज वो टूटे बटन वाली

कमीज निकालता हूँ

देखता हूं आज उमंग 

कौन सी अटखेली

खेलती है, हसरतें पूरी होती हैं

या यूं ही, पलती रहती हैं।



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