छोटी सी कोशिश
छोटी सी कोशिश
एक छोटी सी कोशिश की है गुनगुनाने की
भीड़ भरी इस दुनिया मे अपना नाम बनाने की
यूँ ही चले जाना इस जहां से मुझे मंजूर नहीं
एक छोटी सी ज़िद है अपनी पहचान बनाने की।
ख़्वाब बहुत हैं इस दिल के पूरी करने की ख़्वाहिश है
लोग याद रखें मुझको बस इतनी सी फ़रमाइश है
पंक्तियों में अपने मैं खुद को जाहिर कर रहा हूँ।
ज़िन्दगी की सफर में खुद को माहिर कर रहा हूँ
हसरत है एक दिन फ़लक में तारे से जगमगाने की
एक छोटी सी कोशिश की है गुनगुनाने की।
जी रहा था मैं भी यूँ ही पर कुछ तो खलता था
निशां नहीं मंज़िल का बस यूँ ही चलता था
पर एक दिन एहसास हुआ कि मुझमे कुछ खास है
सब कुछ पाऊंगा मैं जिसकी दिल को तलाश है।
हर महफ़िल में छा जाऊं बनके खुशबू इस ज़माने की
एक छोटी सी कोशिश की है गुनगुनाने की।