बंधन
बंधन
सूनी कलाई पर बंधी ये राखी सिर्फ धागा नहीं है,
इसमें समाई है कुछ उम्मीदें कुछ वादे,
कुछ पक्के कुछ सच्चे वादे।।
होंठों पर मुस्कुराहट और दिल में एक उमंग है,
भाई बहन का रिश्ता एक मीठी सी सरगम है,
कभी नोक झोंक कभी प्यार बेशुमार है,
पल में रूठना और पल में मान जाना यही तो इस रिश्ते की खास बात है।।
सूनी कलाई पर बंधी ये राखी सिर्फ धागा नहीं है,
इसमें समाई है कुछ उम्मीदें कुछ वादे,
कुछ पक्के कुछ सच्चे वादे।।
ये रिश्ता खट्टी इमली भी है,
इस अटूट बंधन में हर ओर खुशी छुपी है,
गुजियां, जलेबी आज बने कई पकवान है,
आंगन में हर ओर बिखरी सौगात है।।
सूनी कलाई पर बंधी ये राखी सिर्फ धागा नहीं है,
इसमें समाई है कुछ उम्मीदें कुछ वादे,
कुछ पक्के कुछ सच्चे वादे।।
आओ रिश्तों की इस बहार को संजो को रखते है,
इस राखी बहन को सुरक्षा और सम्मान उपहार में देते है,
आओ हर तीज त्यौहार को हँसी और रौनक के रंग रंग देते है,
रिश्तों में मिठास को बरकरार रखते है।।