अस्तित्व
अस्तित्व
हाँ कभी कभी यूँ भी कर लेना
कि थोड़ा दर्द भी हो माँ के घुटने में
तब भी उसके हाथ की रोटी खाने की ज़िद कर लेना
भर देना उसका मन उसी पहली सी खुशी से
या कह देना बाबूजी से
कि तुम्हारे बच्चों के वो महँगे ट्यूशन टीचर
समझा नहीं पाते गणित ठीक से
माँग लेना उनसे शाम का अखबार वाला कुछ समय
कभी कह देना माँ को
कि आज तुम्हारी बेटी को कहानी वो ही सुनाए
और दूर रख देना "स्नो वाइट" वाली किताब
कभी कोई ज़रूरी काग़ज बाबूजी को भी दे देना
सम्भाल कर रखने के लिए
हाँ कभी करके देखना...
कहीं जाने से पहले उन दोनों को बताना मत
उनसे पूछ कर जाना
हाँ कभी कभी ऐसा ज़रूर करना
"अस्तित्व " सजाए रखना उनका
और विश्वास बनाए रखना उनका
क्योंकि यदि नींव का अस्तित्व बिखरने लगे
तो इमारत...