अपनी बेटी को
अपनी बेटी को
नहीं करावो ऐसे काम, पढ़ने दो अपनी बेटी को।
जीने दो तुम खुलकर बचपन, अपनी बेटी को।।
नहीं करावो ऐसे काम---------------।।
बेटी भी पहचान और शान है अपने घर की।
समझो अपना वारिस तुम, अब अपनी बेटी को।।
नहीं करावो ऐसे काम---------------।।
छोड़ो तुम यह सोचना, बेटी है पराया धन।
मानो अपनी पहचान तुम, अपनी इस बेटी को।।
नहीं करावो ऐसे काम---------------।।
बेटी भी करती है रोशन, अपने बाबुल का नाम।
कहो अपना गौरव- सम्मान, तुम अपनी बेटी को।।
नहीं करावो ऐसे काम----------------।।
मुझको बताओ,किस पद पर नहीं पहुंची है बेटी।
कम नहीं मानो किसी काम में, तुम अपनी बेटी को।।
नहीं करावो ऐसे काम-----------------।।
किस्मत वाले हैं वो जिनके घर, बेटी ने जन्म लिया।
अपनी आन, खुशी और जान, समझो अपनी बेटी को।।
नहीं करावो ऐसे काम-----------------।।
