जब लोकतंत्र का खून हो रहा होता है मैं सोया रहता हूँ... जब लोकतंत्र का खून हो रहा होता है मैं सोया रहता हूँ...
शोले की स्याही मे सत्ता की सूरत, समझे सयाने, नासमझे मूरख। शोले की स्याही मे सत्ता की सूरत, समझे सयाने, नासमझे मूरख।
उन्हें राजा जी बनाया हमने, सहेंगे कि ये हमारी ख़ता है ! उन्हें राजा जी बनाया हमने, सहेंगे कि ये हमारी ख़ता है !
कुर्सी के पीछे नहीं देश सेवा की ओर भागो, मुद्दे मत खड़े करो, नए देश की नई तस्वीर र कुर्सी के पीछे नहीं देश सेवा की ओर भागो, मुद्दे मत खड़े करो, नए देश की न...
समझ गया था कि आज यहां, बस नफरतें बिकती है बस नफरतें बिकती है। समझ गया था कि आज यहां, बस नफरतें बिकती है बस नफरतें बिकती है।